50 से कम उम्र वाले स्वस्थ लोगों को तीन माह बाद टीका लगने की उम्मीद
न्यूज सर्च@बिलासपुर. शहर में भी कोरोना वैक्सीनेशन के पहले चरण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आम लोगों के मन में पहले चरण को लेकर उत्सुकता के साथ तमाम तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। न्यूज सर्च ने निदेशक और राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अमर सिंह ठाकुर और सीएमएचओ डॉक्टर प्रमोद महाजन से आम लोगों के मन में उठ रहे सवाल पूछे। उन्होंने सभी सवालों का सहजता से जवाब दिया। आप भी जाने अपने जेहन में उठने वाले सवालों के जवाब।
सवाल – 50 साल से नीचे वाले स्वस्थ आम आदमी को टीका कब लगेगा, हैल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर के टीकाकरण से मुझे क्या फायदा?
जवाब – 50 वर्ष से नीचे वाले जिन्हें कोई बीमारी नहीं हैं, उन्हें वैक्सीन आने के तीन महीने बाद टीका लगने की संभावना है। हैल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों के संपर्क में आते हैं। इसमें फायदे नुकसान जैसी बात नहीं, चूंकि वो हम लोगों की स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरतों को पूरा करते हैं।
सवाल – मेरे शहर में कोरोना वैक्सीनेशन की क्या तैयारी?
जवाब – फिलहाल पहले फ्रंट लाइन वर्कर को टीके लगाए जाने हैं, उसके लिए 28 वैक्सीन बूथ बनाए गए हैं। एक बूथ में एक दिन में 100 लोगों को टीके लगेंगेे।
सवाल – मेरे परिवार का सदस्य हैल्थ वर्कर है, क्या अभी मुझे भी टीका लगेगा?
जवाब – बिल्कुल नहीं। टीकाकरण का पहला चरण सिर्फ हैल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर के लिए ही है। आम लोगों के लिए नहीं।
सवाल – पहला चरण कब तक चलेगा?
जवाब – पहले चरण में हैल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर को करीब एक महीने के अंदर टीके लग जाएंगे।
सवाल – आम आदमी जिन्हें टीके लगने हैं, उनकी उम्र निर्धारित है क्या?
जवाब – हां। हैल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर के बाद 50 वर्ष से ऊपर वालों को टीके लगाए जाएंगे। इसके बाद 50 साल से नीचे वाले उन लोगों को अभी टीका लगाया जाएगा जिन्हें बीपी, शुगर, अस्थमा, डायबिटीज सहित अन्य गंभीर बीमारी है। 50 से नीचे वाले जिन्हें कोई बीमारी नहीं हैं, स्वस्थ हैं, उन्हें फिलहाल अभी कोई टीका नहीं लगेगा।
सवाल – बिलासपुर में कितने लोगों को पहले चरण में टीके लग रहे हैं?
जवाब – बिलासपुर जिले में कुल 18320 फ्रंट लाइन वर्कर को पहले चरण का टीका लगेगा। इसमें 8820 निजी कर्मचारी हैं।
सवाल – टीकाकरण के दौरान आपात स्थितियों के लिए क्या बंदोबस्त रहेंगे?
जवाब– विकासखंड और शहरी स्तर पर हर जगह रेपिड रिस्पांस टीम बनाई गई है। इनका काम टीकाकरण के दौरान या बाद में आने वाली दिक्कतों का समाधान करना होगा। इसमें किसी को साइड इफेक्ट होने पर होने वाली शिकायतें भी शामिल हैं।
सवाल – मुझे टीका मुफ्त मिलेगा? या खरीदना होगा?
जवाब – कोरोना टीके सभी नागरिकों को निशुल्क लगाए जाएंगे। हमारे प्रदेश और शहर में भी टीके फिलहाल की स्थिति में निशुल्क लगाए जाएंगे।
सवाल – मैं टीके के लिए कैसे अप्लाई करूंगा?
जवाब – टीके के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से आवेदन किया जा सकता है। आवेदन के जरिए रजिस्ट्रेशन होने की सूचना फोन पर एसएमएस से आएगी।
सवाल – मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं, तो कैसे रजिस्ट्रेशन करूंगा?
जवाब – इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग व्यवस्था बना रहा है। जिसमें गैर पढ़े लिखे या गैर मोबाइल फ्रेंडली लोगों के लिए ऑफलाइन आवेदन करने के लिए वालंटियर रखे जाएंगे।
सवाल – आवेदन के लिए कौनसा पहचान पत्र ले जाऊंगा?
जवाब – आवेदन के वक्त 12 तरह के पहचान पत्र मान्य रहेंगे। इसमें आधार कार्ड, वोटर आईडी, मनरेगा का जॉब कार्ड, बैंक पास बुक फोटो वाली, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, पेन कार्ड आदि है। 50 से कम उम्र वाले स्वस्थ लोगों को तीन माह बाद टीका लगने की उम्मीद।
सवाल – वैक्सीनेशन के वक्त कौनसा परिचय पत्र दिखाना होगा?
जवाब – जिस पहचान पत्र का उल्लेख आवेदन पत्र में किया गया है। उसी को वैक्सीनेशन वाले दिन भी ले जाना होगा।
सवाल – मेरे घर से वैक्सीनेशन बूथ क्या दूर होगा? क्या मुझे यहां वहां भटकना होगा?
जवाब – बिल्कुल भी नहीं। स्थानीय स्तर पर टीकाकरण के लिए दिए गए पते के आधार पर नजदीकी बूथ मिलेगा। एसएमएस के जरिए इसके बारे में सूचना आएगी।
सवाल – मेरे पास मोबाइल भी नहीं तब कौन जानकारी देगा?
जवाब – ऐसी स्थिति में मोहल्ले के स्वास्थ्य कार्यकर्ता, रिस्पांस टीमें आपकी मदद करेंगी।
सवाल – टीके के बाद क्या मेरे हाथ में सूजन आ सकती है?
जवाब – वैक्सीनेशन में इस तरह की चीजें होना आम है। वैसे भी टीका हाथ पर लगाना है, मस्क्युलर इंजेक्ट होने के कारण सूजन आने की संभावना है।
सवाल – जी घबराना मिचली उल्टी आदि आने पर क्या करना होगा?
जवाब – वैक्सीनेशन बूथ में आधा घंटे के लिए ऑब्जरवेशन के लिए इसीलिए रखा जाएगा। ताकि किसी भी तरह के साइड इफेक्ट होने पर उस वक्त के हालात के मुताबिक एक्शन लिया जा सके।
सवाल – मैं हेल्थ वर्कर हूं क्या मैं अपने दुधमुंहे बच्चे को लेकर टीका लगवाने जा सकती हूं?
जवाब – वैसे वैक्सीन लगने में बमुश्किल से एक घंटे की प्रक्रिया है। घर के नजदीक ही बूथ रहेगा। इसलिए जिले में सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि वो अकेले ही आएं। लेकिन फिर भी अगर बच्चा साथ ले जाना हो तो ले जाया जा सकता है। बेबी फीडिंग के लिए बूथ में बंदोबस्त रहेंगे।
सवाल – टीकाकरण में दिक्कत ना हो इसके लिए क्या करना होगा?
जवाब – एसएमएस में मिले हुए वक्त का ख्याल रखें। दिए गए समय से थोड़ा पहले जाना ठीक रहेगा। क्योंकि अगर टाइम चूका तो फिर वेटिंग में नाम आ जाएगा। इसके लिए एक दिन बाद तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
सवाल – प्रदेश में 1% मरीज ऐसे जिन्हें दूसरी या तीसरी बार कोरोना
जवाब – कोरोना के इलाज की गाइडलाइन के मुताबिक मरीज के ठीक होने के 92 दिन के भीतर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे पॉजिटिव इसलिए नहीं माना जाता क्योंकि ऐसा निष्क्रिय वायरस की वजह से हो सकता है। लेकिन 92 दिन के बाद कोरोना पॉजिटिव आने के मतलब दोबारा कोरोना होना माना जाता है। प्रदेश में पिछले दो माह में 92 हजार से अधिक केस मिले जिनमें से करीब 920 केस ऐसे लोगों के रहे जिन्हें दोबारा कोरोना हुआ।
More Stories
मुख्य मंत्री गृह क्षेत्र में सनसनी वारदात, एक परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध मौत
06 से 8 मार्च तक निःशुल्क सर्वाइकल एवं स्तन कैंसर जांच शिविर
भारत तिब्बत सहयोग मंच की प्रदेश कार्यसमिति घोषित
अभिमन्यु राठौर बनाये गए प्रदेश मंत्री