डॉ. संदीप कुमार@दिल्ली:- कोरोना वायरस भगाने के लिए लोगों से ताली और ताली बजवाकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र का खजाना भरने के लिए डीजल पेट्रोल में दामों में आग सी लगा दी है। हालत यह है कि लगातार 15 में दिन पेट्रोल डीजल के दामो में बढ़ोतरी देखी गई और दाम रिकार्ड ऊंचाई तक पहुंच गया है। क्रूड आयल यानी कच्चे तेल के दाम अब तक के सबसे निचले स्तर पर होने के बाद भी डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं। सरकार की इस मनमानी से जहां एक ओर देश की जनता परेशान है वहीं विपक्ष (कांग्रेस) भी चुप्पी साधे बैठा है। कई राज्यों में शासन कर रही कांग्रेस की सरकार भी इसका विरोध नहीं कर रही क्योंकि उनको भी इसी कमाई से अपना खजाना भरना है।
रविवार को 15वें दिन पेट्रोल, डीज़ल की कीमतें 35 पैसे और 60 पैसे बढ़ने से डीज़ल की कीमत ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। पिछले 15 दिनों में दिल्ली में पेट्रोल की दरों में कुल 8 रुपए 88 पैसे प्रति लीटर बढ़ोतरी हुई तो वहीं डीज़ल की कीमतों में 7 रुपए 97 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है।
शनिवार को पेट्रोल की दरों की बात करें तो वह 78 रुपए 88 पैसे प्रति लीटर से बढ़कर 79 रुपए 23 पैेसे प्रति लीटर रहा। वहीं डीज़ल की कीमतें 77 रुपए 67 पैसे प्रति लीटर से बढ़कर 78 रुपए 27 पैसे प्रति लीटर तक पहुंच चुकी है। मुंबई में ग्राहकों को एक लीटर पेट्रोल के लिए 86 रुपए 4 पैसे का भुगतान करना पड़ा। यहां डीज़ल की कीमत रुपए 76.69 प्रति लीटर हो गई।
More Stories
सभी टीकाकरण केन्द्रो में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें – कलेक्टर
कोविड-19, प्रोटोकॉल के तहत सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले 11,355 लोगों के खिलाफ 11 लाख 85 हजार रुपए का जुर्माना,
विश्व श्रवण दिवस पर शिविर का आयोजन, 54 ने आधुनिक मशीनों से कराई जांच