जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि बालेश्वर साहू ने बताया पंचायतों में पदस्थ ग्राम सचिव गांव की सफाई, सैनिटाइजर छिड़काव, मास्क वितरण, पेयजल व्यवस्था के साथ बाहर से आए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर होम आइसोलेशन में भी सहयोग दे रहे हैं।निराश्रित लोगों के भोजन व राशन की व्यवस्था भी सचिवों द्वारा करवाई जा रही है। सरकार ने अन्य विभाग के कर्मचारियों को 50 लाख रुपए बीमे की सुविधा दी जा रही है। यह सुविधा जनपद पंचायत बम्हनीडीह अन्तर्गत पंचायतों में पदस्थ सचिवो को भी दी जाना चाहिए। उपाध्यक्ष प्रतिनिधि बावा राम जायसवाल ने सरकार से मांग की है कि पंचायत सचिव व बम्हनीडीह जनपद कार्यालय में पदस्थ नियमित व संविदा अधिकारी कर्मचारी जो क्वारंटाइन सेंटरों में अपनी सेवा दे रहे है को भी कोरोना योद्धाओं में शामिल किया जाए तथा उनका 50 लाख रुपये का बीमा करवाया जाए। पंचायत सचिव एवं जनपद कार्यालय में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी श्रमिक के रहने, खाने-पीन, पंचायत क्षेत्र में कौन आया-कौन गया इसका पूरा लेखा-जोखा तैयार कर प्रशासन को दे रहे हैं।
बम्हनीडीह – प्रदेश में पंचायत सचिव,जनपद के नियमित व संविदा अधिकारी कर्मचारी भी पुलिस व स्वास्थ्य कर्मचारियों की तरह कोरोना से निपटने के लिए दिन-रात सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में क्वारंटाइन सेंटरों में सेवा दे रहे पंचायत सचिव व जनपद स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी भी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।कोरोना महामारी से बचाव व इसकी रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे ग्राम पंचायत सचिवो व जनपद कार्यालय के नियमित ,संविदा अधिकारी कर्मचारी को 50 लाख रुपए के बीमे की मांग उठाई। इसको लेकर गुरुवार को जनपद पंचायत बम्हनीडीह के अध्यक्ष प्रतिनिधि बालेश्वर साहू व उपाध्यक्ष प्रतिनिधि बावा राम जायसवाल ने जनपद सीईओ को ज्ञापन दिया।
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